रामगढ़: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शुक्रवार को सड़क मार्ग से अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे, जो रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड में स्थित है। उन्होंने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ कुल देवता मारंगबुरु की पूजा की और पूरे विधि-विधान के साथ आशीर्वाद लिया। उनके आगमन के मद्देनजर नेमरा तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मुख्यमंत्री ने अपने गांव में लगभग तीन घंटे का समय बिताया और फिर सड़क मार्ग से ही रांची लौट आए।
इस दौरान उनके साथ उनकी मां रूपी सोरेन, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार घर के लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत लोटा पानी से किया। पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने अपने परिजनों और दोस्तों से मुलाकात की। इस बीच कई फरियादी भी उनसे मिलने पहुंचे, जिनकी समस्याएं सुनकर मुख्यमंत्री ने समाधान का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री के आगमन की सूचना पर आस-पास के गांवों में उत्साह का माहौल देखा गया। बड़ी संख्या में झामुमो के नेता भी सीएम से मिलने पहुंचे और उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री की बहन और जिला परिषद सदस्य रेखा सोरेन ने बताया कि हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी परिवार के साथ कुल देवता के पूजन में शामिल होने के लिए गांव आए थे। पूजा संपन्न होने के बाद वे सड़क मार्ग से रांची लौट गए।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण चुनाव की तैयारी में व्यस्तता है, फिर भी उन्होंने परंपरागत कुल देवता के पूजन में शामिल होने का समय निकाला। उन्होंने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी वे परिवार और रिश्तेदारों के साथ त्योहार मनाने अपने गांव नेमरा आए हैं। उनके आगमन के दौरान गांव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे।